बिश्रामपुर ।बरवाडीह नई ब्रॉड गेज डबल रेल लाइन (199.98 Kms) छत्तीसगढ़ राज्य में सरगुजा और बलरामपुर जिलों एवं झारखंड राज्य में गढ़वा, पलामू और लातेहार जिलों को कवर करेगी। इस रेल लाइन का 134.1 किलोमीटर हिस्सा छत्तीसगढ़ में और 65.88 किलोमीटर हिस्सा झारखंड में पड़ेगा।
परियोजना पूर्ण होने की अवधि: 5 वर्ष
नए रेल लिंक के निर्माण की लागत: लगभग 10,000/- करोड़ रुपये व
इस रेल खंड पर ट्रेनों की अधिकतम स्वीकृत गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। सेक्शन के अन्य खंडों की तुलना में यह अधिक गति वाला रेल खंड होगा। वास्तविकता में यह भारत के सबसे ज्यादा स्पीड वाले रेल खंडों में से एक होगा। अंबिकापुर-अनूपपुर रेल खंड, जिसमें यह सेक्शन शामिल होगा, वर्तमान में 95 किलोमीटर प्रति घंटे की गति वाला सेक्शन है, जबकि झारखंड में बरवाडीह गढ़वा-सोननगर खंड 10 किलोमीटर प्रति घंटे की गति वाला है।
इस रेल खंड को भारत की आजादी से पहले मंजूरी दी गई थी। इस परियोजना को 1947 में स्वीकृत किया गया था।
शुरुआत में सरनाडीह से बरवाडीह (79.4 किलोमीटर) तक रेल लाइन का निर्माण 1947 में रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया था। इसका निर्माण कार्य 1947 में शुरू कर दिया गया था। बरवाडीह से सरनाडीह तक कुछ पुलों को बनाने समेत कुछ निर्माण कार्य पूरा हो गया था। हालांकि,1950 में इस रेल लाइन का निर्माण कार्य बंद कर दिया गया। उसके बाद इस आदिवासी इलाके को गुमनामी में छोड़ दिया गया।
छत्तीसगढ़ और झारखंड में पड़ने वाला यह इलाका अत्यधिक अविकसित है और शेष भारत से इसकी कनेक्टिविटी भी बहुत खराब है।
नया रेल लिंक कोयला ब्लॉक्स को रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगा: महान उत्तर कोल ब्लॉक (37.06 वर्ग किमी) 250 मिलियन टन कुल भंडार, महान दक्षिण कोल ब्लॉक (17.55 वर्ग किमी) 286 मिलियन टन। नई रेल लाइन परिवहन का तीव्र और सुगम साधन उपलब्ध कराएगी, इससे छत्तीसगढ़ और झारखंड के इस खनिज संपदा से समृद्ध क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। इस क्षेत्र के लेटेराइट, बॉक्साइट, ग्रेफाइट, लौह अयस्क जैसे खनिजों की पूरे देश में मांग है। रेल लिंक से जुड़ जाने पर पूरे देश में खनिजों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी।
यह रेल लाइन गया, मुगलसराय जंक्शन, पटना स्टेशनों को बरवाडीह रेल रूट के माध्यम से दक्षिण, पश्चिम दिशा के यातायात के लिए वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
टाइम लाइन :
FLS स्वीकृत तिथि: 06 सितंबर 2022
LOA जारी की तिथि : 23 सितंबर 2022
ट्रैफिक स्टडी पूर्ण: 30 जून 2023
संरेखण को अंतिम रूप: 01 फरवरी 2023
हितधारकों के साथ चर्चा: 01 जून 2023 से 30 जून 2023
जियोटेक परीक्षण: 20 दिसंबर 2022 से 30 मई 2023
ड्राइंग पूर्ण: 20 मई 2023
इस परियोजना के लिए, eRR 10% से अधिक है
निकट भविष्य में इस रेल खंड को मंजूरी के लिए प्रस्तावित किया जाएगा और 5 वर्ष की अवधि में इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।