अंबिकापुर। सरगुजा जिले के मणिपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को हुई एक हत्या के मामले मे आरोपी को चंद घंटे मे गिरफ्तार कर लिया गया है।अवैध सम्बन्ध होने की शंका की बात बोलने पर आरोपी द्वारा डंडे से पीट-पीटकर व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। आपको जानकारियां हैरत होगा कि जिस भवन की छांव में या फिर लगकर बनाई गई झोपड़ी में दंपति रहते थे, उसी निर्माणाधीन भवन ने कई खौफनाक मंजर देखे हैं। कई घटनाओं के बाद लगभग 20 साल पहले उक्त भवन का निर्माण बंद कर दिया गया था। आलम यह है कि आज भी उस के मुख्य दरवाजे व खिड़कियों को ईट से बंद करके रखा गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पहले आत्महत्या सहित कई घटनाएं हो चुकी हैं।
पुलिस ने बताया कि सुखलाल राम जिला अस्पताल के सामने दर्रीपारा मणीपुर क्षेत्र में एक निर्माणाधीन घर के सामने झोपड़ी बनाकर रह रहा था। उसके साथ उसकी पत्नी भी रहती थी। 31 जुलाई की रात मे सुखलाल और उसकी पत्नी खाना पीना खाकर सो रहे थे। रात करीब 12-01 बजे जान पहचान का कार्तिक कोरवा घर आया। तब सुखलाल द्वारा कार्तिक कोरवा का मृतक की पत्नी से अवैध सम्बन्ध होने की शंका जाहिर करने पर कार्तिक कोरवा द्वारा आवेश मे आकर हाथ में रखे डंडा से सुखलाल को जान से मारने की नियत से मारने लगा। सुकलाल की पत्नी ने बीच-बचाव किया तो आरोपी ने उसे भी डंडे से मार कर जान से मारने की धमकी देते हुए जबरन अनाचार किया।
इसी बीच गंभीर चोट से मृतक सुखलाल की मृत्यु पश्चात आरोपी कार्तिक कोरवा मौक़े से भाग गया। मृतक की पत्नी की रिपोर्ट पर थाना मणीपुर मे धारा 302, 376, 506 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। विवेचना दौरान संयुक्त पुलिस टीम के सतत प्रयास से आरोपी कार्तिक कोरवा आत्मज स्व. कुंवर साय उम्र 21 वर्ष निवासी पम्पापुर गाजरभवना थाना दरिमा को घेराबंदी कर पकड़कर घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ किया गया । आरोपी ने हत्या एवं दुष्कर्म करना स्वीकार किया।आरोपी द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किये जाने पर अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया हैं, आरोपी के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त डंडा जप्त किया गया हैं।सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी मणीपुर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, उपनिरीक्षक नरेश गुप्ता, सहायक उपनिरीक्षक भूपेश सिंह, विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, महेश्वर सिंह, आरक्षक अतुल शर्मा, राहुल सिंह, अमित विश्वकर्मा, इम्तियाज़ अली शामिल रहे।