बतौली – अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर जनपद कार्यालय प्रांगण में विकास खंड स्तरीय योग का आयोजन किया गया।मुख्य कार्यपालन अधिकारी एल एन सिदार,विकास खंड शिक्षा अधिकारी शरत चंद्र मेशपाल, निशांत गुप्ता के साथ अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ग्रामीण उपस्थित थे।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से 21 जून 2024 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम बुढाआमा (बतौली)में रखा गया।बूढ़ा आमा बतौली का सबसे प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है।इस स्थान पर हरे-भरे पेड़,कल-कल करती नदी है।
इस मौके पर रौनियार समाज की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती ममता गुप्ता, सरिता गुप्ता, विश्वनाथ प्रधान एवं बीके अहिल्या बहन सहित लगभग 70 लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर सरिता गुप्ता ने बताया कि तन को स्वस्थ रखने के लिए योग करते हैं लेकिन मन को स्वस्थ रखने के लिए कम ही लोग योग करते हैं यह एक ब्रह्माकुमारी संस्था है यहां ही मन को ईश्वर से जोड़कर मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग करना सिखाया जाता है तन और मन दोनों के स्वास्थ्य के लिए शारीरिक योग और मानसिक योग(मेडिटेशन) हमको एक दिन नहीं लेकिन नित्य प्रति योग करना जरूरी है और योग के लिए सबसे अच्छा समय है सुबह का सूर्योदय के समय प्रकृति भी शांत रहती है वातावरण भी शांत रहता है इस समय योग करना बहुत ही फायदेमंद रहता है।
अहिल्या बहन ने कहा कि योग दो प्रकार का होता है एक शारीरिक और दूसरा मानसिक जैसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक योग करते हैं व्यायाम आसन करते हैं उसी प्रकार से मान को स्वस्थ रखने के लिए मानसिक योग किया जाता है मानसिक योग माना मन को भगवान में लगाना जिसको गीता में कहा गया है मनमनाभव मन को मेरे में लगाओ और मुझे याद करो मन बुद्धि ईश्वर में जोड़ना यही योग अर्थात याद है इससे पहले मन को जानना है कि मन क्या है मन कुछ और चीज नहीं म हमारे अंदर की सोचने की शक्ति है आत्मा की एक शक्ति है मन। आत्मा ही मन के द्वारा के परमात्मा को याद करती है तो आत्मा से मिलन कराती है।